मध्य प्रदेश के बुढ़ार में रहने वाली महिला मीरा के झुमके दीवाली के समय से नही मिल रहे थे
हर जगह ढूंढने के बाद उसने पंडा, पुजारी, ज्योतिषियों की शरण ली परंतु कहीं से सही जवाब नही मिला
फिर 7 फरवरी को शाम 8 बजे के लगभग महिला के पुत्र पवन ने गुरु जी से संपर्क किया व मार्गदर्शन प्राप्त किया, गुरु जी द्वारा बताया गया कि
वह जेवर तुम्हारी माता के भाग्य में है और वह अवश्य मिलेंगे
घर मे फिर ढूंढो
मार्गदर्शन प्राप्त कर , पवन व उसकी माता पुनः छान बिन में लग गए तथा
8 फरवरी 2020 को सुबह कचड़े के ढेर में झुमका मिल गया
उस महिला ने गुरु जो धन्यवाद किया व आशीर्वाद प्राप्त किया
गुरु जी द्वारा निर्देश दिए गए कि
शिव मंदिर में कपूर व धूप से पूजा कर प्रसाद चढ़ा दें।
मीरा के पुत्र पवन की फ़ोटो संलग्न है।
हर जगह ढूंढने के बाद उसने पंडा, पुजारी, ज्योतिषियों की शरण ली परंतु कहीं से सही जवाब नही मिला
फिर 7 फरवरी को शाम 8 बजे के लगभग महिला के पुत्र पवन ने गुरु जी से संपर्क किया व मार्गदर्शन प्राप्त किया, गुरु जी द्वारा बताया गया कि
वह जेवर तुम्हारी माता के भाग्य में है और वह अवश्य मिलेंगे
घर मे फिर ढूंढो
मार्गदर्शन प्राप्त कर , पवन व उसकी माता पुनः छान बिन में लग गए तथा
8 फरवरी 2020 को सुबह कचड़े के ढेर में झुमका मिल गया
उस महिला ने गुरु जो धन्यवाद किया व आशीर्वाद प्राप्त किया
गुरु जी द्वारा निर्देश दिए गए कि
शिव मंदिर में कपूर व धूप से पूजा कर प्रसाद चढ़ा दें।
मीरा के पुत्र पवन की फ़ोटो संलग्न है।
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