सतना के नरेंद्र सिंह जो कि बिल्डिंग मटेरियल का काम करते हैं तथा ठेकेदारी का काम भी करते हैं, ने महाकाल गुरु देव से संपर्क किया व अपनी समस्या रखी।
नरेंद्र ने कहा कि उसके धंधे में काफी विपत्तियां उत्पन्न हुई हैं, इसके अतिरिक्त बच्ची को दवा फायदा नही करती, नरेंद्र ने सतना के अस्पताल में कई बार दिखाया।
तब त्रिकाल दर्शी गुरु देव ने नरेंद्र को कई बातें चौका देने वाली बताईं, जिनमे से कई उनके शादी के समय से संबंधित थीं तो कई वर्तमान स्थिति से।
नरेंद्र ने सभी बातों की पुष्टि की व यह भी बताया कि उसने कई झार - फूंक, जादू - टोना वालो की शरण ली पर सबने सिर्फ उसको लूटा और किसीने आज तक इतनी जानकारी नही दी जितना गुरु देव ने फोन पर उसकी आवाज सुनकर ही बता दिया।
गुरु देव ने बताया कि जो नकारात्मक क्रिया तुम पर हुई हैं उसका काम मात्र तुम्हे आर्थिक क्षति पहुंचाना है, जिससे तुम सदैव कौड़ी कौड़ी के मोहताज रहो।
जैसे तुम्हारा स्वास्थ्य या घर वालों का अकारण खराब रहना, गाड़ी का धोखा देना। पैसा फसना, जबकि तुमने सामने वाले को उसका कमिसन भी दिया हो।
नरेंद्र ने सभी बातें स्वीकार ली, जिनमे बहुत सी पर्सनल बातें भी थी जिसे यहां नही लिखा जा रहा है।
नरेंद्र ने गुरु देव से विनम्रता पूर्वक उपाय पूछा, इस पर गुरु देव ने कहा कि बेटा इसमे खर्च ज्यादा है, और हो सकता है कि अभी भी तुम्हारे मन मे कोई शंका हो तो हम तुम्हे यही परामर्श देंगे कि तुम
हमारे अतिरिक्त कहीं भी इसका निवारण करवा लो।
क्योंकि कहीं तुम्हारे मन मे ये न आए की गुरु देव ने हमे ज्यादा खर्च बताया। अतः हम तुम्हे कोई खर्च बता ही नही रहे, हम सिर्फ तुम्हे ये कहेंगे कि अपना काम हमारे अतिरिक्त कहीं भी करवा लो।
तथा गुरु देव ने नरेंद्र सिंह से परामर्श शुल्क भी नही लिया।
नरेंद्र ने काफी विनती की परंतु गुरु देव ने यही कहा कि तुम कहीं और काम करवा लो, हमसे जो भी होगा कर देंगे।
ईश्वर नरेंद्र व उसके परिवार को सुख समृद्धि प्रदान करें तथा शीघ्र उसकी समस्या का निदान हो।
साक्ष्य के लिए फोटी संलग्न है।
गुरु देव ने बताया कि जो नकारात्मक क्रिया तुम पर हुई हैं उसका काम मात्र तुम्हे आर्थिक क्षति पहुंचाना है, जिससे तुम सदैव कौड़ी कौड़ी के मोहताज रहो।
जैसे तुम्हारा स्वास्थ्य या घर वालों का अकारण खराब रहना, गाड़ी का धोखा देना। पैसा फसना, जबकि तुमने सामने वाले को उसका कमिसन भी दिया हो।
नरेंद्र ने सभी बातें स्वीकार ली, जिनमे बहुत सी पर्सनल बातें भी थी जिसे यहां नही लिखा जा रहा है।
नरेंद्र ने गुरु देव से विनम्रता पूर्वक उपाय पूछा, इस पर गुरु देव ने कहा कि बेटा इसमे खर्च ज्यादा है, और हो सकता है कि अभी भी तुम्हारे मन मे कोई शंका हो तो हम तुम्हे यही परामर्श देंगे कि तुम
हमारे अतिरिक्त कहीं भी इसका निवारण करवा लो।
क्योंकि कहीं तुम्हारे मन मे ये न आए की गुरु देव ने हमे ज्यादा खर्च बताया। अतः हम तुम्हे कोई खर्च बता ही नही रहे, हम सिर्फ तुम्हे ये कहेंगे कि अपना काम हमारे अतिरिक्त कहीं भी करवा लो।
तथा गुरु देव ने नरेंद्र सिंह से परामर्श शुल्क भी नही लिया।
नरेंद्र ने काफी विनती की परंतु गुरु देव ने यही कहा कि तुम कहीं और काम करवा लो, हमसे जो भी होगा कर देंगे।
ईश्वर नरेंद्र व उसके परिवार को सुख समृद्धि प्रदान करें तथा शीघ्र उसकी समस्या का निदान हो।
साक्ष्य के लिए फोटी संलग्न है।
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